TOP पारद शिवलिंग कैसा होता है SECRETS

Top पारद शिवलिंग कैसा होता है Secrets

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साक्षात् शिव: पारद शिवलिंग को भगवान शिव का साक्षात् स्वरूप माना जाता है। इसकी पूजा करने से भगवान शिव की कृपा सीधे प्राप्त होती है।

कालरात्रि – क्लीं ऐं श्री कालिकायै नमः।।

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अगर घर के मंदिर में शिवलिंग की स्थापना कर रहे हैं तो ज्यादा बड़ा शिवलिंग स्थपित ना करें।

- मंदिर में कितना भी बड़ा शिवलिंग स्थापित किया जा सकता है.

- शिवलिंग कहीं भी स्थापित हो पर उसकी वेदी का मुख उत्तर दिशा की तरफ ही होना चाहिए.

ह्या जन्मी पारद शिवलिंगाची पूजा केल्याने मागील जन्मो जन्मी ची सर्व पापे दूर होऊन ह्या जन्मी ची सुद्धा कष्ट मिटविण्याची शक्ती पारद शिवलिंगामंध्ये आहे.

राष्ट्रीय महामार्ग, तेलंगाना आणि महाराष्ट्र यांना जोडणारे शहर, मुंबई आणि हैदराबादला कनेक्टिव्हिटी मिळवून देते. हे महामार्ग परभणीसाठी पुढील कनेक्टिव्हिटी पर्याय उघडतात, इंदौर, झांसी, click here आग्रा आणि वाराणसी, नागपूर, आदिलाबाद, निजामाबाद, हैदराबाद, बेंगलोर आणि कन्याकुमारी सारख्या उत्तर-पूर्व शहरे इशानौर, उत्तर-पूर्व शहरांशी जोडण्यासाठी आहेत.

स्पर्शनात्प्राप्यत मुक्तिरिति सत्यं शिवोदितम्।।

रोज साध्या पाण्याने किंवा सुविधा असेल तर गंगाजल च्या पाण्याने अभिषेक करावा.

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आपको बता दें कि इस शिवलिंग की पूजा करने से ना केवल माता पार्वती और शिव जी का आशीर्वाद नहीं मिलता बल्कि ग्रह दोष और पाप का भी अंत होता हैं।

पूजा के बाद इन शिवलिंगों की देखभाल कैसे करें?

पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग की स्थापना

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